Video Transcription
मम्मी ने नींद में बोला आप कल बाहर ही सो गए, आज भी आपने आने में इतनी देर कर दी, बेटा भी घर में है और आप बाहर सो जाते हैं, उसके रहते भी हम पिलाई कर सकते हैं तो जल्दी आ जाय करो ना आप।
मम्मी नींद में मुझे अपना पती समझ रही थी, ऐसा बोलते ही मम्मी ने मेरी पैंट का बटन खोलना शुरू कर दिया, मेरे अंदर में धक धक हो रही थी, मैं बुरी तरह से फंस गया था, फिर भी मैं चुप चाप, शांती से लेटा रहा, मम्मी मेरी पैंट उतारने लग
रहा था, मेरा सोया हुआ औजार हाथ में लेकर मम्मी बोली, क्या बात है, आप बात भी नहीं करते हो, आपका औजार भी तनाव में नहीं हो रहा है, मैंने कोई जवाब नहीं दिया, सांस रोखकर शांती से लेटा रहा, मम्मी बोली, ठीक है, जैसा आप चाहो, अब मैं इ
पुने में रोज मम्मी और पापा फोन करके कहते थे कि कुछ दिन के लिए गाव आजा, हमारा भी मन लग जाएगा.
दरसल पुने में चाचा और चाची देखभाल के मामले में मम्मी पापा की कमी महसूस ही नहीं होने देते थे,